सूर्य ग्रह के लिए उपाय : यह सूर्य देव ऊर्जा का प्रतीक माने गये है, इनके माध्यम से ही पृथ्वी पर जीवन संभव है, सभी नवग्रह सूर्य देव की ही परिक्रमा करते है, किसी भी जन्मकुंडली में जब सूर्य अच्छा होता है, तो उस जातक को समाज में मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होती है, उसका स्वास्थ्य अच्छा रहता है, ऐसा व्यक्ति देखने में हष्ट-पुष्ट और बलवान होता है। इसके विपरीत जिस जातक की कुंडली में सूर्य दोष बना हो, वह सदा बिमारी, परेशान, दरिद्र, अभाव ग्रस्त होता है।
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सूर्य ग्रह शांति के लिए उपाय :
सूर्य की शुभता बढ़ाने और सूर्य उपाय के लिए कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिये। बूढ़े व्यक्ति को दुखी नही करना चाहियें, इस उपाय को करने से सूर्य से संबंधी दोष दूर हो जायेगा और उनके शुभ फल मिलने प्रारंभ हो जाएंगे। ध्यान रहे यदि आप झूठ बोलते हैं, जोकि अस्तित्व में नहीं है तो उस परिस्थिति में आपकी कुंडली से जुड़े सूर्य को उसका अस्तित्व पैदा करना पड़ेगा। ऐसे में सूर्य का काम बढ़ जाएगा और आपके संकट कम होने के बजाय बढ़ जायेंगे।
सूर्य ग्रह मन्त्र :
यदि आपकी जन्म कुंडली में सूर्य दोष युक्त है, तो सूर्य उपाय के लिए प्रतिदिन सुबह स्नान आदि करके पूजा के समय लाल मूंगे की माला से, पूर्व दिशा मुख करके, लाल आसन पर बैठ कर सूर्य मंत्र की 5 माला का जाप करे।
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।।ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स:सूर्याय नमः।।
।। Oum Hraam Hreem Hroum Sah Suryaye Namah ।।
ऐसा करने से सूर्य उपाय होती है और सूर्य ग्रह अच्छा फल देने लग जाता है।
सूर्य उपाय के लिए स्नान:
यदि सूर्य ग्रह ख़राब हो तो, सूर्य उपाय के लिए निम्लिखित सामग्री किसी पात्र में 3 लीटर पानी में भिगोकर रख दें फिर दूसरे दिन उसे कूट-पीसकर कपड़े से अच्छी तरह छान करके, एक कप पानी से नित्य 27 दिन अपने नहाने वाले पानी में मिलाकर स्नान करें, इससे सूर्य ग्रह की पीड़ा समाप्त होती है, सूर्य शुभ फल देने लग जाता है।
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दूर्वा घास | 21 जड़ें |
बेलपत्र | 21 पत्ते |
चावल | 1 मुट्ठी भर |
सूखा आंवला | 1 मुट्ठी भर |
तुलसी पत्र | 21 पत्ते |
पीली सरसों | 1 मुट्ठी भर |
नागरमोथा | 1 मुट्ठी भर |
हल्दी | 2 गाँठ |
लाजवंती | 21 पत्ते |
लोबान | 50 ग्राम |
काली सरसों | 50 ग्राम |
देवदार | 50 ग्राम |
इन सामग्री में से कोई सामग्री न मिले तो जितनी मिल सकती है, उतनी उपयोग करें और यदि पानी बीच में ही समाप्त हो जाए तो पानी पुनः बना लें ताकि 27 दिन तक उपयोग हो।
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